मेडीकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गया टूंडला का छात्र युद्ध के हालातों के बीच वहीं फंसा रह गया है। इससे परिजन चिंतित हैं। वे लगातार बेटे से व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल के जरिये उसका हालचाल जान रहे हैं।
टूंडला के गांव मोहम्दाबाद निवासी उदयवीर सिंह यादव गांव में ही निजी चिकित्सक हैं। उसका पुत्र किशन सिंह यादव यूक्रेन के डैनीप्रो शहर में डैनीप्रो स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। वह भारत से गत 11 दिसंबर 2021 को यूक्रेन गया था। इस दौरान परिजन उसे दिल्ली स्थित हवाई अड्डे तक छोड़ने गए थे। अचानक रूस और यूक्रेन के मध्य चल रहे विवाद ने युद्ध का रूप धारण कर लिया। जिसके चलते बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग वहां फंस गए हैं। उनमें एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा किशन भी शामिल है।
तीन मार्च को वापसी की फ्लाइट
दो देशों के युद्ध के अंदेशा होने पर किशन ने भारत वापस आने के लिए फ्लाइट बुक कराई थी। जो कि 3 मार्च की मिली है। लेकिन युद्ध के चलते यूक्रेन में हवाई उड़ानों पर रोक लगने के बाद अब वह यूक्रेन के डैनीप्रो शहर में ही फंसा हुआ है। वह बेसब्री से तीन मार्च का इंतजार कर रहा है।
परिजन व्हाट्सएप के जरिए ले रहे हालचाल
किशन के यूक्रे न में फंसे रहने के बाद परिजन बेटे को लेकर चिंतित हैं। उदयवीर सिंह यादव व मां सरोजदेवी लगातार पुत्र से व्हाट्सएप वीडियो कॉलिंग के जरिए हालचाल जान रहे हैं।
दो पुत्र और एक पुत्री हैं
गांव मोहम्दाबाद में उदयवीर के परिवार में पत्नी सरोज और बड़ा पुत्र पवन यादव एवं पुत्री निशा हैं जो मेडीकल की ही पढ़ाई कर रहे हैं। किशन दूसरे नंबर का है।
पापा चिंता की कोई बात नहीं, हम युद्ध क्षेत्र से 400 किमी दूर हैं
छात्र किशन यादव ने व्हाट्सएप कॉल पर परिजन को बताया कि वह सुरक्षित है। कहा कि डैनीप्रो शहर में कोई बात नहीं हैं। करीब चार सौ किमी दूर युद्ध के हालात हैं। आप परेशान न हों, अगर सबकुछ ठीक रहा तो वह तीन मार्च को घर आ जायेगा। वैसे जानकारी आ रही है कि हवाई अड्डे को ध्वस्त कर दिया गया है, किंतु उसे विश्वास है कि भारत सरकार व उसे व वहां फंसे सभी भारतीयों को सुरक्षित निकाल लेगी।
टूंडला (फिरोजाबाद)। मेडीकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गया टूंडला का छात्र युद्ध के हालातों के बीच वहीं फंसा रह गया है। इससे परिजन चिंतित हैं। वे लगातार बेटे से व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल के जरिये उसका हालचाल जान रहे हैं।
टूंडला के गांव मोहम्दाबाद निवासी उदयवीर सिंह यादव गांव में ही निजी चिकित्सक हैं। उसका पुत्र किशन सिंह यादव यूक्रेन के डैनीप्रो शहर में डैनीप्रो स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। वह भारत से गत 11 दिसंबर 2021 को यूक्रेन गया था। इस दौरान परिजन उसे दिल्ली स्थित हवाई अड्डे तक छोड़ने गए थे। अचानक रूस और यूक्रेन के मध्य चल रहे विवाद ने युद्ध का रूप धारण कर लिया। जिसके चलते बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग वहां फंस गए हैं। उनमें एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा किशन भी शामिल है।
तीन मार्च को वापसी की फ्लाइट
दो देशों के युद्ध के अंदेशा होने पर किशन ने भारत वापस आने के लिए फ्लाइट बुक कराई थी। जो कि 3 मार्च की मिली है। लेकिन युद्ध के चलते यूक्रेन में हवाई उड़ानों पर रोक लगने के बाद अब वह यूक्रेन के डैनीप्रो शहर में ही फंसा हुआ है। वह बेसब्री से तीन मार्च का इंतजार कर रहा है।
परिजन व्हाट्सएप के जरिए ले रहे हालचाल
किशन के यूक्रे न में फंसे रहने के बाद परिजन बेटे को लेकर चिंतित हैं। उदयवीर सिंह यादव व मां सरोजदेवी लगातार पुत्र से व्हाट्सएप वीडियो कॉलिंग के जरिए हालचाल जान रहे हैं।
दो पुत्र और एक पुत्री हैं
गांव मोहम्दाबाद में उदयवीर के परिवार में पत्नी सरोज और बड़ा पुत्र पवन यादव एवं पुत्री निशा हैं जो मेडीकल की ही पढ़ाई कर रहे हैं। किशन दूसरे नंबर का है.