बरेली में तैनात महिला पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या ने होमगार्ड मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी पत्नी का गाजियाबाद के होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के साथ अफेयर चल रहा है और दोनों उनकी हत्या कराने की साजिश रच रहे हैं। उनकी शिकायत पर डीजी होमगार्ड वीके मौर्या ने प्रयागराज के डिप्टी कमांडेंट जनरल संतोष कुमार को जांच सौंपी है।
प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के झलवा इलाके के रहने वाले आलोक कुमार मौर्य की शादी साल 2010 में वाराणसी के चिरईगांव की रहने वाली ज्योति मौर्या के साथ हुई थी। शादी के समय आलोक पंचायत राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत थे। इस समय वो प्रतापगढ़ जिले तैनात है।
शादी के बाद पत्नी ज्योति मौर्या ने उससे पढ़ने की इच्छा जताई। जिसके बाद आलोक अपनी पत्नी को लेकर प्रयागराज चला गया और यहां पर उसने सिविल की तैयारी के लिए कोचिंग ज्वाइन कराई। 2016 में यूपी लोक सेवा आयोग की पीसीएस परीक्षा 2015 में ज्योति मौर्या का 16वें नंबर पर एसडीएम पद पर चयन हुआ। 2015 में जुड़वा बच्चियां हुईं। 2020 तक सब कुछ ठीक चला। ज्योति मौर्या की तैनाती प्रयागराज जिले में भी रह चुकी है लेकिन वर्तमान समय में वह बरेली जिले में चीनी मिल में जीएम के पद पर कार्यरत हैं। हालांकि इसके पहले ज्योति मौर्या की तैनाती कौशांबी, प्रतापगढ़, जौनपुर और लखनऊ जिलों में भी रह चुकी है।
फेसबुक से दोनों 2020 में मिले थे
आलोक ने बताया कि 2020 में ज्योति की जान-पहचान गाजियाबाद में तैनात जिला कमांडेंट होमगार्ड से हुई। दोनों में बातचीत होने लगी। हमें लगा चलो अधिकारी हैं बातचीत तो होता ही रहता है लेकिन, 2022 में एक बार घर के मोबाइल में अपना फेसबुक लॉगिन करके ज्योति भूल गईं।
दोनों के बीच अश्लील चैट हुई थी। इसे देखकर मेरा माथा ठनका। विरोध करने पर वो गुस्साने , लड़ने-झगड़ने और जेल भेजने की धमकी देने लगीं। 22 दिसंबर 2022 को आलोक ने दोनों को होटल मैरियट लखनऊ में रंगे हाथ पकड़ लिया। फिर सफाई देने लायक कुछ नहीं रहा। विरोध किया, तो दोनों ने हमारे ऊपर हमला कर दिया। हम जान बचाकर भागे।