उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर के नेतृत्व वाली एसबीएसपी ने 2017 का चुनाव भाजपा के साथ गठबंधन में लड़ा था। ओम प्रकाश राजभर ने 2019 तक योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली कैबिनेट में मंत्री के रूप में भी काम किया, जब उन्हें ‘गठबंधन विरोधी गतिविधियों’ के लिए बर्खास्त कर दिया गया था।
बताया जा रहा है कि ओम प्रकाश राजभर ने शुक्रवार को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के साथ मुलाकात की। बैठक में सुनील बंसल भी मौजूद थे। चारों नेताओं के बीच लगभग एक घंटे तक बातचीत हुई।
यदि ओम प्रकाश राजभर समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ देते हैं तो 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अखिलेश यादव को झटका लगेगा, वहीं भाजपा राजभर के सहारे पूर्वांचल के कुछ जिलों में हुए नुकसान की भरपाई करना चाहेगी। इन क्षेत्रों में राजभर की पार्टी की पकड़ मजबूत हो चुकी है। ओम प्रकाश राजभर की पार्टी ने इस चुनाव में छह सीटों पर कब्जा किया है। भाजपा गठबंधन ने जहां 273 सीटों पर जीत हासिल की है ।
समाजवादी पार्टी को 111 सीटें मिली हैं, जबकि उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल को 8 और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को 6 सीटों पर कामयाबी मिली है. कांग्रेस और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को दो-दो और बहुजन समाज पार्टी को एक सीट मिली है।
सपा गठबंधन छोड़ , भाजपा में जायेंगे ओम प्रकाश राजभर
