कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मायावती के साथ गठबंधन करने और सीएम बनने का ऑफर देने को लेकर दिया बयान इस समय काफी चर्चा में है। उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मात्र दो सीटें और 2.5 फीसदी वोट मिले। कांग्रेस के 97 प्रतिशत उम्मीदवार अपनी जमानत भी नहीं बचा सकें। और वहीं बसपा की बात करें तो बसपा को केवल एक मिला और करीब 13 फीसदी वोट मिले। उसके करीब 72 फीसदी प्रत्याशी जमानत गंवा बैठे। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि कांग्रेस नेता केरल के वायनाड से कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी की टिप्पणी दलितों और बसपा के प्रति उनकी हीन भावना और द्वेष को दर्शाती है। कांग्रेस के लोग तो कभी भी दलित या फिर बसपा को आगे बढ़ता ही नहीं देखना चाहते हैं। मायावती ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का कल सार्वजनिक तौर पर ये कहना कि कांग्रेस द्वारा यूपी विधानसभा चुनाव में बीएसपी के साथ गठबंधन करने और मुख्यमंत्री बनाने के ऑफर पर मैंने कोई जवाब नहीं दिया, ये बात पूरी तरह गलत है।रविवार को बसपा प्रमुख मायावती ने आगे कहा कि कांग्रेस शुरू से अलग अलग हथकंडे अपना रहीं हैं , और माननीय राहुल गांधी जी ने जो शनिवार को बयान दिया है , उनके बयान में किसी भी तरह का सच्चाई नहीं है । उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी को दूसरी पार्टियों के बजाय अपनी और अपने पार्टी का चिंता ज्यादा करनी चाहिए। मायावती ने कहा कि यूपी चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस की हालत खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी हो गई है। राहुल गांधी को अपने अंदर से जातीय भावना निकाल देना चाहिए।
बसपा प्रमुख मायावती का पलटवार , कहा अपनी पार्टी का चिंता करें राहुल गांधी
