फर्जी जन्मप्रमाण पत्र के आधार पर बने थे सिपाही , राज खुलते ही हुए बर्खास्त और FIR भी दर्ज अब होगी रिकवरी

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती में शामिल दो अभ्यर्थियों ने फर्ज़ी प्रमाण पत्र के आधार पर शामिल हुए और उनका चयन भी हो गया

 

 

मेरठ जनपद के गंगानगर निवासी लक्ष्मीकांत ने वर्ष 2013 में पुलिस भर्ती की परीक्षा को पास कर प्रशिक्षण के बाद लखीमपुर खीरी जनपद में पहली बार तैनाती प्राप्त किया इस समय लक्ष्मीकांत का पोस्टिंग नोएडा में है। 18 मार्च 2023 को विभाग में बुलंदशहर निवासी मोहनलाल ने शिकायत की कि लक्ष्मीकांत ने अपनी असल उम्र गलत बता कर चयन हुए हैं इसके लिए उसने दो बार हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा पास की। जांच के दौरान सामने आया कि लक्ष्मीकांत की असल जन्म तिथि 30 जून 1984 है। उसने वर्ष 2000 में हाईस्कूल व 2002 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। जबकि पुलिस भर्ती में चयन के दौरान उसने जो शक्षणिक प्रमाण पत्र लगाए थे उसमें उसकी जन्मतिथि 10 जून 1995 दर्ज है। जिसमें हाईस्कूल वर्ष 2011 व इंटरमीडिएट 2013 में पास हैं। इस प्रमाण पत्र के हिसाब से लक्ष्मीकांत ने अपना 11 वर्ष उम्र कम बताया है ।

 

 

ऐसा ही एक और मामला सामने आया है इसमें मेरठ सरधना निवासी सोनु भी जन्मतिथि में हेरफेर कर वर्ष 2015 की पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल हुआ था और पुलिस भर्ती परीक्षा को पास कर प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद 12 जुलाई 2018 को ज्वाइन किया इस समय वहां बदायूं में तैनात है। सोनू की असली जन्मतिथि 25 मार्च 1985 है। उसने 2001 में हाईस्कूल व 2003 में इंटर किया था। पर, भर्ती के लिए उसने दोबारा जन्मतिथि 25 मार्च 1994 के आधार पर वर्ष 2012 में हाईस्कूल व 2014 में इंटर किया।

 

फर्जी तरीके से और फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाने वाले सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है अब विभाग के द्वारा बर्खास्त कर नौकरी के दौरान लिए जाने सैलरी और अन्य सरकारी सेवा व भत्ता का रिकवरी किया जायेगा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *